उमेश पाल हत्याकांड: अतीक अहमद के भाई और बेटों की जेल में निगरानी बढ़ाई, दो दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ - Hindi Khabar Abtak - Hindi news, English News, Latest News in Hindi and English, Breaking News

Hindi Khabar Abtak - Hindi news, English News, Latest News in Hindi and English, Breaking News

Hindi Khabar Abtak brings you the latest news and videos from the Top Hindi Breaking News Studios in India. Stay tuned with the updated news in Hindi as Well as in English from India and the World. You can access videos and photos on your device with the Hindi Khabar Abtak.

Breaking

Home Top Ad

Post Top Ad

Responsive Ads Here

Sunday, 26 February 2023

उमेश पाल हत्याकांड: अतीक अहमद के भाई और बेटों की जेल में निगरानी बढ़ाई, दो दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ

प्रयागराज: बीएसपी विधायक राजू पाल की हत्या के चश्मदीद गवाह बीजेपी नेता उमेश पाल की हत्या के मामले में पुलिस 2 दिन बीतने के बाद भी किसी भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। एसटीएफ और पुलिस की दस से अधिक टीमें यूपी के साथ ही एमपी में भी दबिश दे चुकी हैं। 5 आरोपितों की पहचान भी की जा चुकी है लेकिन पुलिस अभी एक भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। इस बीच बाहुबली अतीक से गुजरात की साबरमती जेल में पूछताछ करने की तैयारी भी चल रही है। उसके भाई अशरफ पर भी पुलिस की नजर है। उससे मिलने वालों की डिटेल एसटीएफ खंगाल रही है। इस घटना में बाहुबली अतीक, पत्नी शाइस्ता, भाई अशरफ और बेटों समेत 10 से अधिक लोगों को आरोपित बनाया गया है। यूपी की जेलों में बंद अतीक के भाई, बेटों और साले की सुरक्षा निगरानी बढ़ा दी गई है।उमेश पाल की हत्या शुक्रवार की शाम उनके घर के बाहर गोली और बम मारकर कर दी गई थी। इस हमले में गनर संदीप निषाद की भी मौत हो गई थी जबकि दूसरे गनर राघवेंद्र की हालत नाजुक है। घटना के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए थे। बताया जा रहा है कि घटना में प्रयुक्त कार पुलिस बरामद कर चुकी है। घटना के खुलासे के लिए एसटीएफ और पुलिस की 10 से अधिक टीमें लगाई गई हैं। अतीक की पत्नी और दो बेटों से लगातार पूछताछ की जा रही है। हालांकि जिस बेटे के घटना में शामिल होने की बात सामने आई है वह फरार है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस अतीक के बेटे के साथ ही 5 आरोपितों की पहचान कर चुकी है। उनकी तलाश में एसटीएफ की टीमें यूपी के साथ ही एमपी में भी दबिश दे रही हैं। हालांकि पुलिस को अब तक कोई खास सफलता नहीं मिली है।

प्रॉपर्टी के विवादों की भी जांच

जांच के दौरान पता चला है कि उमेश पाल की हत्या करने आए 7 में 2 शूटर अतीक अहमद गैंग के ही थे। हत्याकांड में अब तक उमेश पाल के प्रॉपर्टी के विवादों पर भी जांच हो रही थी लेकिन घटनास्थल से मिले सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस में मिले मोबाइल नंबर के आधार पर 2 शूटर्स का कनेक्शन अतीक अहमद से जुड़ रहा है। हत्याकांड में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के एक पदाधिकारी के भाई का नाम भी सामने आया है।

अतीक के भाई और बेटों की जेल में निगरानी और सख्त

यूपी की जेलों में बंद अतीक के भाई अशरफ, बेटे अली व उमर अहमद और साले मोहम्मद जकी की निगरानी और सख्त कर दी गई है। अशरफ बरेली के जिला कारागार में बंद है। जेल प्रशासन और पुलिस उससे मुलाकात के लिए आने वाले लोगों का ब्यौरा जुटा रहा है। पिछले कुछ महीनों में उससे कौन-कौन आकर जेल में मिला है उन सभी की जानकारी जेल प्रशासन पुलिस से साझा कर रहा है। वहीं लखनऊ जेल की हाई सिक्यूरिटी बैरक में बंद अतीक अहमद के बेटे उमर अहमद से भी कौन-कौन आकर मिला उसका ब्यौरा जुटाया जा रहा है। हालांकि उमर जिस बैरक में बंद है वह 24 घंटे कैमरों की निगरानी में रहती है। उमर को सिर्फ एक घंटे के लिए बैरक से बाहर निकाला जाता है। इस दौरान भी उसकी निगरानी होती है।

अतीक अहमद से मुलाकात करने वालों का ब्यौरा

अतीक अहमद का साला मोहम्मद जकी भी लखनऊ जेल में ही है। वह भी करीब ढाई साल से हाई सिक्यूरिटी बैरक में रखा गया था। अतीक अहमद का दूसरा बेटा अली अहमद प्रयागराज की नैनी जेल में बंद है। उससे भी पिछले कुछ माह में कौन-कौन आकर जेल में मिला इसकी सूची तैयार की जा रही है। इन सभी की जेल में निगरानी और कड़ी कर दी गई है। वहीं यूपी पुलिस ने अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद से मुलाकात करने वालों का भी ब्यौरा जुटाना शुरू कर दिया है। आशंका जताई जा रही है कि जेल के जरिए ही इस पूरे हत्याकांड की साजिश रची गई। मुलाकातियों के ब्यौरे से पुलिस कड़ियां जोड़ने की कोशिश कर रही है।

रूट ट्रेस कर रही है एसटीएफ

एसटीएफ उन सभी संदिग्ध मोबाइल फोन नंबरों की कॉल डिटेल को खंगाल रही है जो वारदात के वक्त वहां सक्रिय थे। खासतौर से जिन फोन में इंटरनेट कॉलिंग का इस्तेमाल किया जा रहा था। एसटीएफ यह भी देख रही है कि ऐसे कौन से नंबर हैं जो वारदात के वक्त से लेकर प्रयागराज की दूसरी लोकेशन में भी साथ रहे हैं। उन नंबरों के ट्रैक रूट के जरिए यह देखा जा रहा है कि वे लोग कहां तक साथ गए हैं। एसटीएफ यूपी के अलग-अलग शहरों के साथ मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड के रूट से जुड़ी लोकेशन को भी खंगाल रही है। एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश अपनी टीमों के साथ अभी भी प्रयागराज में ही डेरा डाले हुए हैं। प्रभारी एसएसपी एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह भी वहीं कैंप कर रहे हैं।


from https://ift.tt/hDIFw3G

No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad