काठमांडू: नेपाल के राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेल ने 1950 से जारी दशकों पुरानी परंपरा को जारी रखते हुए यहां राष्ट्रपति भवन (शीतल भवन) में बृहस्पतिवार को आयोजित विशेष समारोह में भारतीय सेना के प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी को नेपाल सेना के जनरल की मानद उपाधि से सम्मानित किया। पांच-सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे जनरल द्विवेदी अपने नेपाली समकक्ष जनरल अशोक सिगडेल के आमंत्रण पर पांच-दिवसीय आधिकारिक यात्रा के लिए बुधवार को यहां पहुंचे। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने जनरल द्विवेदी को एक तलवार, प्रतीक चिह्न और सम्मान आदेश का प्रमाण पत्र प्रदान किया। प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली सहित विभिन्न गणमान्य व्यक्ति विशेष समारोह में उपस्थित थे। नेपाल सेना के सूत्रों ने बताया कि 1950 से भारत और नेपाल की सेनाओं के बीच जारी संबंधों के तहत एक-दूसरे के सेना प्रमुखों को जनरल की मानद उपाधि देने की परंपरा रही है। अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले दिन में जनरल द्विवेदी ने यहां नेपाली सेना के मुख्यालय में जनरल सिगडेल से मुलाकात की और दोनों सेनाओं के बीच सहयोग से संबंधित मामलों पर चर्चा की। भारतीय दूतावास के सूत्रों ने कहा कि दोनों ने नेपाल और भारत के बीच सैन्य द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने पर चर्चा की। भारतीय दूतावास ने कहा कि दोनों सेनाओं के बीच चिरस्थायी मित्रता का संकेत देते हुए जनरल द्विवेदी ने काठमांडू में नेपाल सेना मुख्यालय के परिसर में रुद्राक्ष का पौधा भी लगाया। इससे पहले सुबह जनरल द्विवेदी ने काठमांडू के टुंडीखेल में सेना मंडप में बीर स्मारक (शहीद स्मारक) पर पुष्पचक्र अर्पित करके श्रद्धांजलि दी। सेना मुख्यालय में उन्हें 'गार्ड ऑफ ऑनर' भी दिया गया। अपनी यात्रा के दौरान द्विवेदी काठमांडू के बाहरी इलाके शिवपुरी में 'आर्मी स्टाफ कॉलेज' का दौरा करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि उनकी योजना विमान के जरिये पर्वतीय क्षेत्र का भ्रमण करने की भी है। जनरल द्विवेदी के साथ उनकी पत्नी और भारतीय सेना की 'आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन' की अध्यक्ष सुनीता द्विवेदी भी हैं। सुनीता द्विवेदी ने 'नेपाली आर्मी वाइव्स एसोसिएशन' की अध्यक्ष श्रीमती नीता छेत्री सिगडेल से उनके कार्यालय में मुलाकात की।
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