पेरिस: सितारों की दुनिया में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के लिए 1 फरवरी की रात खास होने वाली है। इस रात को आसमान में कुछ समय के लिए दिन जैसा नजारा दिखने वाला है। यह एक ऐसी घटना है, जो 50000 साल में पहली बार होने जा रही है। ऐसे में अगर आप भी इस नजारे का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो ठंड में खुले आसमान के नीचे रात गुजारनी पड़ेगी। इस रात धरती के पास से एक नया खोजा गया धूमकेतु गुजरने वाला है। यह धूमकेतु 50000 वर्षों में पहली बार पृथ्वी के इतने करीब आ रहा है कि इसे नग्न आंखों से देखा जा सकता है।
1 फरवरी को पृथ्वी के करीब से गुजरेगा
इस धूमकेतु को C/2022 E3 (ZTF) कहा जाता है। इसे पहली बार पिछले साल मार्च में बृहस्पति के पास से गुजरते हुए देखा था। इस धूमकेतु की खोज ज़्विकी ट्रांसिएंट फैसिलिटी ने की थी। हमारे सौर मंडल की बाहरी सर्किल से यात्रा करने के बाद यह 12 जनवरी को सूर्य के सबसे करीब आएगा और 1 फरवरी को पृथ्वी के सबसे करीब से गुजरेगा। इस दौरान यह धूमकेतु अपने पूरे शबाब पर होगा। जिससे इससे निकली रोशनी रात में दिन जैसा नजारा कर सकती है।पृथ्वी के करीब सबसे तेज होगी चमक
ज़्विकी ट्रांसिएंट फैसिलिटी में काम करने वाले कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में भौतिकी के प्रोफेसर थॉमस प्रिंस ने बताया कि यह के सबसे करीब होने पर सबसे चमकीला होगा। पेरिस ऑब्जर्वेटरी के एक खगोल वैज्ञानिक निकोलस बीवर ने कहा, बर्फ और धूल से बने और एक हरे रंग की रोशनी का उत्सर्जन करने वाले इस धूमकेतु का व्यास लगभग एक किलोमीटर होने का अनुमान है।2020 में आखिरी बार नग्न आंखों से दिखा था धूमकेतु
C/2022 E3 धूमकेतु NEOWISE की तुलना में काफी छोटा है। NEOWISE वह आखिरी धूमकेतु था, जिसे बिना किसी सहायता के देखा गया था। यह धूमकेतु मार्च 2020 में पृथ्वी के पास से गुजरा था। उससे पहले हेल-बोप धूमकेतु 1997 में पृथ्वी के पास से निकला था, जिसका संभावित व्यास करीब 60 किलोमीटर का था। हेल-बोप कई दशकों में देखा गया सबसे चमकदार और 20वीं सदी में सबसे अधिक अवलोकित किया गया धूमकेतु था। इसे नग्न आंखों से रिकॉर्ड 18 महीने तक देखा गया था।from https://ift.tt/bBjgV9p
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