पटना: नीतीश कुमार आजकल समाधान यात्रा पर है। महागठबंधन के घटक दल हम के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ने जीतन राम मांझी ने नीतीश की यात्रा की प्रासंगिकता पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इससे असलियत का पता नहीं चल पाएगा। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) अगर सच्चाई जानना चाहते हैं तो उन्हें ग्राउंड जीरो पर भेष बदल कर जाना चाहिए। जो अधिकारी नीतीश के साथ जा रहे हैं, वे खुद भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। वे असलियत सामने आने ही नहीं देंगे। आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने भी ठंड को देखते हुए यात्रा स्थगित करने की सलाह नीतीश को दे डाली है।
अब तक डेढ़ दर्जन बार यात्रा कर चुके हैं नीतीश
नीतीश कुमार की बिहार में यात्रा की शुरुआत 2005 में हुई थी, जब मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने से वे चूक गए थे। उसके बाद वो न्याय यात्रा पर निकले थे। आखिरकार उन्हें इस यात्रा का लाभ मिला और अक्टूबर 2005 में वो भाजपा के सहयोग से बिहार के सीएम बन गए। उसके बाद शायद उन्हें यात्रा की अहमियत समझ में आई और तब से अब तक वो कम से कम डेढ़ दर्जन बार यात्रा पर निकलते रहे हैं। उनकी पहली यात्रा 12 जुलाई, 2005 को शुरू हुई थी, जिसे न्याय यात्रा नाम दिया था। उनकी दूसरी यात्रा 9 जनवरी 2009 को लोकसभा चुनाव से शुरू हुई थी। इसे विकास यात्रा का नाम दिया गया था। उसी साल हुए लोकसभा के चुनाव में बिहार में एनडीए की सीटें बढ़ीं। विकास यात्रा की कामयाबी के बाद नीतीश कुमार ने 17 जून 2009 से धन्यवाद यात्रा शुरू की। 2010 के बिहार असेंबली इलेक्शन से पहले नीतीश ने प्रवास यात्रा की थी। 25 दिसंबर 2009 से प्रवास यात्रा की शुरुआत हुई थी। काम के आधार पर वोट मांगने के लिए नीतीश कुमार 28 अप्रैल 2010 से विश्वास यात्रा पर निकले थे। उन्हें इस यात्रा का भी लाभ मिला और असेंबली इलेक्शन में उनकी सीटें 115 तक पहुंच गई। ये उनकी पार्टी जेडीयू के लिए उत्कर्ष का समय था। उसके बाद के चुनावों में जेडीयू की सीटें घटती रहीं और इस बार 43 पर आकर सिमट गई। इसी तरह उनकी यात्राओं का सिलसिला समय-समय पर चलता रहा। 2011 के अंत में सेवा यात्रा, 19 सितंबर 2012 से विशेष राज्य की दर्जा की मांग को लेकर अधिकार यात्रा, मार्च 2014 को संकल्प यात्रा, 13 नवंबर 2014 से संपर्क यात्रा पर नीतीश निकले थे। अपने महत्कांक्षी कार्यक्रम 7 निश्चय फीडबैक लेने के लिए नीतीश ने निश्चय यात्रा निकाली थी। आरजेडी से अलग होने के बाद नीतीश ने समीक्षा यात्रा की शुरू की। 3 दिसंबर 2019 से नीतीश कुमार जल-जीवन-हरियाली यात्रा पर भी निकले थे। शराब और दहेज रोकने के लिए कानून बनाने के बाद 22 दिसंबर 2021 को नीतीश समाज सुधार यात्रा पर निकले थे। अब नीतीश कुमार बुधवार से समाधान यात्रा पर निकले हैं।शिवानंद तिवारी ने यात्रा स्थगित करने की मांग की
नीतीश कुमार की समाधान यात्रा को लेकर आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा है कि बहुत ठंड है। स्कूल वगैरह बंद कर दिए गए हैं। अस्पतालों में ठंड जनित बीमारियों से पीड़ित लोगों की तादाद बढ़ गई है। ऐसे मौसम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी यात्रा शुरू कर दी है। यात्रा की शुरुआत चंपारण से हुई है। जहां राजधानी के इलाके से ज्यादा ठंड होती है। शिवानंद ने कहा कि यात्रा तो कहने के लिए तो मुख्यमंत्री की है, लेकिन यात्रा में मुख्यमंत्री के साथ सैकड़ों लोग जुड़े होंगे। उनमें कुछ ऐसे लोग भी हो सकते हैं, जिनकी बीमारी ठंड में बढ़ जाती है। ऐसे लोगों का ठंड में निकलना बहुत जोखिम का काम है। एक वरीय सहयोगी के नाते सार्वजनिक हित में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से व्यक्तिगत रूप से इस यात्रा को स्थगित करने का मैं अनुरोध करता हूं।असलियत जानना है तो भेष बदल कर जाएं- मांझी
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और महागठबंधन के घटक दल हम के नेता जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार को सलाह दी है कि ग्राउंड जीरो की असलियत जानना चाहते हैं तो भेष बदल कर जाएं। अफसरों का अमला असलियत जानने नहीं देगा। जो अधिकारी सीएम के साथ यात्रा पर गए हैं, वे खुद ही भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। वे सच कैसे सामने आने देंगे? मांझी ने कहा कि नीतीश को यात्रा के लिए मेरी शुभकामना है कि इस कड़कड़ाती ठंड में भी वो यात्रा पर निकले हैं, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं होगा। सीएम को चुपचाप जाना होगा, जनता से संवाद करना होगा। तभी वास्तविकता सामने आएगी।समाधान यात्रा के बाद देश का दौरा करेंगे नीतीश
नीतीश कुमार ने समाधान यात्रा की समाप्ति के बाद देश का दौरा करने की बात कही है। सीएम नीतीश ने कहा है कि जल्द ही वे विपक्षी दलों को बीजेपी के खिलाफ एकजुट करने के लिए देश के दौरे पर निकलेंगे। सीएम नीतीश ने कहा कि समाधान यात्रा खत्म होने के बाद बिहार विधानमंडल का सत्र है। उसके बाद वे देश की यात्रा पर निकलने के बारे में सोचेंगे। नीतीश के देश दौरा वाले बयान पर बीजेपी ने जोरदार हमला बोला है। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार चाहे पूरा देश घूम लें, उन्हें कोई पूछने वाला नहीं है। नीतीश कुमार के देश में घूमने के लिए ही बिहार सरकार 350 करोड़ का जेट विमान और हेलीकॉप्टर खरीद रही है। नीतीश कुमार जो यात्रा कर रहे हैं, उसमें कोई सार्वजनिक सभा नहीं है। उन्हें डर है कि कोई काला झंडा न दिखा दे। नीतीश की यात्रा महज समीक्षा यात्रा है। वे अधिकारियों के साथ समीक्षा कर रहे हैं। नीतीश कुमार ने डर से इस बार कोई सार्वजनिक सभा नहीं रखी है। रिपोर्ट - ओमप्रकाश अश्कfrom https://ift.tt/3rW8TJF
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