मुंबई: महाराष्ट्र की सियासत में इन दिनों राज्य के मुख्यमंत्री को चुनौती देते हुए नजर आ रहे हैं। पहले उन्होंने एकनाथ शिंदे को वर्ली विधानसभा में चुनाव लड़ने की चुनौती दी। जिसके बाद मंगलवार को उन्होंने कहा कि अगर शिंदे वर्ली में चुनाव नहीं लड़ना चाहते तो मुझसे बताया होता मैं उनके गढ़ ठाणे में आकर चुनाव लड़ता। फिलहाल वर्ली विधानसभा में आदित्य ठाकरे को कड़ी टक्कर देने के लिए एकनाथ शिंदे ने भी हुकुम का इक्का तलाश लिया है। सूत्रों की माने तो एकनाथ शिंदे, आदित्य ठाकरे के खिलाफ वर्ली में उनके चचेरे भाई निहार ठाकरे को मौका दे सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो एक ही विधानसभा क्षेत्र में ठाकरे परिवार के दो चश्म-ओ-चिराग एक दूसरे के खिलाफ ताल ठोकते हुए नजर आएंगे। ऐसे में एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे के सामने भी कशमकश वाले हालात होंगे। साल 2019 के चुनाव में राज ठाकरे ने अपने भतीजे आदित्य ठाकरे के खिलाफ कोई भी उम्मीदवार नहीं उतारा था। इस बार अगर निहार ठाकरे, आदित्य ठाकरे के सामने शिंदे गुट की तरफ से चुनावी मैदान में उतरेंगे तो राज ठाकरे किस का समर्थन करेंगे और किसका विरोध? यह देखना भी दिलचस्प होगा? हालांकि, इस मुद्दे पर एकनाथ शिंदे गुट के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुलाब चंद्र दुबे ने नवभारत टाइम्स ऑनलाइन से कहा कि आदित्य ठाकरे को अभी राजनीति में और परिपक्व होने की जरूरत है। फिर भी अगर वो सीएम शिंदे के खिलाफ चुनाव लड़ना ही चाहते हैं तो वो ठाणे में आकर चुनाव लड़ें।कौन हैं निहार ठाकरे? निहार ठाकरे बालासाहेब ठाकरे के बेटे दिवंगत बिंदु माधव ठाकरे के पुत्र हैं। बिंदु माधव ठाकरे, उद्धव ठाकरे के बड़े भाई थे। एकनाथ शिंदे ने जब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से बगावत की थी। तब निहार ठाकरे ने शिंदे गुट में प्रवेश किया था। निहार ठाकरे पेशे से वकील हैं और वह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उद्धव ठाकरे के खिलाफ चल रही कानूनी लड़ाई में मदद भी कर रहे हैं। शिंदे गुट ज्वाइन करने के बाद निहार ठाकरे ने यह भरोसा भी जताया था कि चुनाव आयोग में पेश किए गए तथ्यों के आधार पर शिवसेना का चुनाव चिन्ह धनुष बाण शिंदे गुट को ही मिलेगा। निहार ठाकरे ने यह भी कहा था कि एकनाथ शिंदे बालासाहेब ठाकरे के विचारों को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं, इसलिए मैं उनके साथ जुड़ा हूं। एकनाथ शिंदे के मंच पर ठाकरे परिवारएकनाथ शिंदे की बगावत के बाद दशहरा रैली के दौरान बाल ठाकरे का कुनबा शिंदे के साथ मंच पर मौजूद था। जिसमें उद्धव के भाई जयदेव ठाकरे, स्मिता ठाकरे और निहार ठाकरे मंच पर नजर आए थे। एकनाथ शिंदे की शान में कसीदे पढ़ते हुए जयदेव ठाकरे ने कहा था कि एकनाथ शिंदे मेरे पसंदीदा सीएम है। महाराष्ट्र को ऐसे ही मुख्यमंत्री की जरूरत है। जयदेव ठाकरे यहीं नहीं रुके थे, उन्होंने यह भी कह दिया था कि महाराष्ट्र की जनता एकनाथ शिंदे को कभी अकेला न छोड़े।
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