अंकारा: भूकंप प्रभावित तुर्की में राहत और बचाव कार्य के लिए पहुंचे ऑस्ट्रिया और जर्मनी ने अपने ऑपरेशन को रोक दिया है। इन दोनों देशों की टीमें अब वापसी की तैयारी कर रही हैं। दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने बताया कि ऑस्ट्रियाई सेना और जर्मन बचावकर्मियों ने बिगड़ती सुरक्षा स्थिति के कारण शनिवार को भूकंप से तबाह तुर्की में तलाशी अभियान रोक दिया है। ऑस्ट्रियाई सेना के एक प्रवक्ता ने अधिक जानकारी दिए बिना सिर्फ इतना ही कहा कि समूहों के बीच संघर्ष के कारण वे काम करने के हालत में नहीं हैं।
ऑस्ट्रियाई सेना ने क्या बताया
ऑस्ट्रियाई सेना के एक प्रवक्ता बताया कि ऑस्ट्रियन फोर्सेज डिजास्टर रिलीफ यूनिट के 82 सैनिक दक्षिणी हाटे प्रांत में अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ बेस कैंप में, निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं। वे 45 टन उपकरणों के साथ मंगलवार को हाटे पहुंचे थे और नौ लोगों को मलबे से निकालने में सफल रहे थे। उन्होंने कहा कि वे गुरुवार को ऑस्ट्रिया लौटने के लिए तैयार थे, लेकिन इसकी समीक्षा की जा रही है।जर्मन बचाव टीम और एनजीओ ने भी बंद किया काम
एक गैर सरकारी संगठन के प्रवक्ता के अनुसार, जर्मनी में फेडरल एजेंसी फॉर टेक्निकल रिलीफ (TSW) और प्राकृतिक आपदाओं के पीड़ितों की मदद करने में विशेषज्ञता वाले एक गैर सरकारी संगठन ISAR जर्मनी ने तुर्की में बचाव अभियान बंद करने का ऐलान किया है। आईएसएआर के प्रवक्ता स्टीफन हेइन ने कहा कि हाल के घंटों में हटे प्रांत में सुरक्षा स्थिति स्पष्ट रूप से बदल गई है। अलग-अलग गुटों के बीच झड़प की खबरें आ रही हैं, गोलियां भी चली हैं।तुर्की और सीरिया में 25000 लोगों की मौत
उन्होंने बताया कि जर्मन बचाव टीमें अभी अपने बेस कैंप में हैं और हालात की समीक्षा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जब तुर्की के नागरिक सुरक्षा अधिकारी "इसे पर्याप्त रूप से सुरक्षित बताएंगे, तब वे अपनी खोज फिर से शुरू करेंगे। 7.8 तीव्रता के भूकंप के बाद तुर्की और पड़ोसी सीरिया में लगभग 25,000 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, लाखों लोग बेघर हुए हैं।from https://ift.tt/lSqcGP6
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