चंडीगढ़: प्रदेश में हुई बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि के कारण फसल बर्बाद होने के बाद मंगलवार को केंद्र सरकार ने गेहूं खरीद के नियमों में हरियाणा को ढील दी है। केंद्र की छूट के बाद अब राज्य में 80% तक फीकी चमक वाले बेजान गेहूं की खरीद सरकारी एजेंसियां कर सकेंगी। इसके साथ ही सिकुड़े-टूटे गेहूं की भी खरीद हो सकेगी। राज्य के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने केंद्र सरकार को बारिश-ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान की जानकारी केंद्र को दी थी। साथ ही केंद्र को पत्र लिखकर गेहूं की खरीद में मानदंडों में छूट की मांग की थी।डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि गेहूं खरीद में लगे विभागीय अधिकारियों को सरकार की ओर से नए नियम अनुसार खरीद के आदेश दिए गए हैं। राज्य की हर मंडी में सुचारू खरीद के इंतजाम में किसी तरह की लापरवाही न बरते जाने की हिदायत दी। लापरवाही करने वाले अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
80 प्रतिशत तक लस्टर लॉस वाली गेहूं की खरीद
हरियाणा में कुदरत के प्रकोप से अब तक करीब 17 लाख एकड़ फसल बर्बाद हुई है। जो गेहूं बचा है, उसका दाना कमजोर पड़ चुका है। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने मंगलवार को बताया कि अब 80 प्रतिशत तक लस्टर लॉस वाली गेहूं की खरीद होगी। 18 प्रतिशत तक सिकुड़े-टूटे गेहूं की भी खरीद होगी। चमक में 10 प्रतिशत तक की कमी पर खरीद मूल्य में कोई कटौती नहीं होगी। इससे अधिक चमक में कमी होने पर नियमानुसार मामूली कटौती की जाएगी। इसी तरह गेहूं के दाने में 6 प्रतिशत सिकुड़न-टूट होने पर खरीद मूल्य में कोई कटौती नहीं होगी और 18 प्रतिशत तक सिकुड़े-टूटे दाने वाली गेहूं की खरीद पर केंद्र सरकार के नियमानुसार मामूली कटौती की जाएगी।22.9 लाख हेक्टेयर में बोया गया गेहूं
हरियाणा में इस बार 22.9 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की फसल की बुआई की गई है। हर साल प्रदेश में 45 से 50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर से ऊपर ही गेहूं की पैदावार होती है, लेकिन बारिश के चलते प्रति हेक्टेयर 5 से 7 क्विंटल पैदावार घटने की कृषि विशेषज्ञों ने संभावना जताई है। इससे किसानों को काफी आर्थिक नुकसान होने का अनुमान है।16.83 लाख एकड़ फसल नुकसान की सूचना
डिप्टी सीएम ने बताया कि ओलावृष्टि से अब तक 16.83 लाख एकड़ फसल मुआवजे की जानकारी मिली है। सरकार की ओर से 1 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू की जा चुकी है। अब तक मंडियों में एक लाख 65 हजार मीट्रिक टन गेहूं पहुंचा है, जिसकी खरीद की प्रक्रिया तेजी से की जा रही है। डिप्टी सीएम ने बताया कि मंडी में पहुंचने वाले गेहूं के एक एक दाने की सरकार खरीद करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गेहूं के एक-एक दाने की खरीद 2125 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी।किसानों की परेशानी को देखते हुए उन्होंने केंद्रीय खाद्य, सार्वजनिक वितरण और उपभोक्ता मामले मंत्री से बात की थी और केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया था कि सरकार गेहूं खरीद के मानदंडों में छूट देगी। उन्होंने किसानों से संयम बरतने की अपील की है और कहा है कि कुदरत के आगे किसी का बस नहीं चलता। गेहूं के एक-एक दाने की खरीद 2125 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी।पूर्ण साफ एवं सुखी गेंहू पर नहीं होगी कोई कटौती
6 से 8 प्रतिशत नमी एवं टूटे गेंहू पर कटौती 5.31 रुपये8 से 10 प्रतिशत पर कटौती 10.62 रुपये10 से 12 प्रतिशत पर कटौती 15.92 रुपये12 से 14 प्रतिशत पर कटौती 21.25 रुपये14 से 16 प्रतिशत पर कटौती 26.56 रुपयेfrom https://ift.tt/LqZGWFN
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