नई दिल्ली: आईपीएल 2023 में एक नया नियम लाया गया है- इम्पैक्ट प्लेयर का। इस नियम में कोई भी टीम अपने प्लेइंग इलेवन में मैच के दौरान एक बदलाव कर सकती है। पहले मैच से ही टीमें इसका इस्तेमाल भी कर रही है। चेन्नई सुपर किंग्स के तुषार देशपांडे आईपीएल इतिहास के पहले इम्पैक्ट प्लेयर बने। लेकिन क्या इसका कोई फायदा दिख रहा है या यह रूल फिसड्डी साबित हो रहा। चलिए जानने की कोशिश करते हैं।
क्या बदलाव आया है?
इम्पैक्ट प्लेयर के आने से कुछ ज्यादा बदलाव नहीं दिख रहा है। पहली पारी के दौरान टीमें एक अतिरिक्त बल्लेबाज होने की वजह से जरूर थोड़ा ज्यादा रिस्क ले रही हैं। हालांकि ओवरऑल इसका असर ज्यादा नहीं है। इस सीजन में 12 मैच के बाद पहली पारी का औसतन 183 रन बन रहे हैं। यह आईपीएल इतिहास में शुरुआती 12 मैच बाद पहली पारी का सबसे ज्यादा औसतन स्कोर है। हालांकि बाद में बैटिंग करने वाली टीम को इस नियम का ज्यादा फायदा नहीं मिला है। अभी तक सीजन में किसी भी मुकाबले में टीम 180 से ज्यादा का टारगेट चेज नहीं कर पाई है।
पहले बैटिंग करने वाली टीम के इम्पैक्ट सब्स
इम्पैक्ट सब्स |
टीम |
बैटिंग (रन/बॉल) |
बॉलिंग |
तुषार देशपांडे |
CSK |
- |
1/51 (3.2) |
ऋषि धवन |
PBKS |
- |
0/15 (1) |
कृष्णप्पा गौतम |
LSG |
6* (1) |
0/23 (4) |
नवदीप सैनी |
RR |
- |
0/34 (2) |
जेसन बेहरनडॉफ |
MI |
- |
0/37 (3) |
तुषार देशपांडे |
CSK |
- |
2/45 (4) |
खलील अहमद |
DC |
- |
1/38 (4) |
ऋषि धवन |
PBKS |
- |
- |
सुयश शर्मा |
KKR |
- |
3/30 (4) |
फजलहक फारुकी |
SRH |
- |
1/13 (3) |
मुरुगन अश्विन |
RR |
- |
0/11 (1) |
कुमार कार्तिकेय |
MI |
- |
1/24 (4) |
पहले बॉलिंग करने वाली टीम के इम्पैक्ट सब्स
इम्पैक्ट सब्स |
टीम |
बैटिंग |
साई सुदर्शन |
GT |
22(17) |
वेंकटेश अय्यर |
KKR |
34(28) |
अमान खान |
DC |
4(5) |
अब्दूल समद |
SRH |
32*(32) |
आयुष बडोनी |
LSG |
23(18) |
विजय शंकर |
GT |
29(23) |
ध्रुव जुरैल |
RR |
32*(15) |
अनुज रावत |
RCB |
1 (5) |
आयुष बडोनी |
LSG |
- |
पृथ्वी शॉ |
DC |
0 (3) |
अंबाती रायडू |
CSK |
20* (16) |
कोई बड़ा फायदा नहीं
कोई नया नहीं है। 2005 में आईसीसी वनडे में सब्स्टीट्यूशन का रूल लेकर आई थी। तब भी मैच के दौरान टीम एक खिलाड़ी को बदल सकती है। यह नियम फुटबॉल से प्रेरित है। लेकिन क्रिकेट में यह नहीं चला। यह सफल नहीं हुआ और मार्च 2006 में आईसीसी ने इसे हटाने का फैसला किया। बिग बैश में भी इसे एक्स फैक्टर प्लेयर नियम से इस्तेमाल किया जा चुका है। वहां भी सफलता नहीं मिली। अभी तक जिन खिलाड़ियों का इस सीजन इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में इस्तेमाल हुआ है, उसमें सबसे बड़ी पारी केकेआर के लिए वेंकटेश अय्यर ने 34 रनों की खेली है। गेंदबाजी में भी सुयश शर्मा ने 30 रन देकर 3 विकेट लिये। 5 मैच में तो इम्पैक्ट प्लेयर को विकेट तक नहीं मिले हैं।
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