फरीदाबाद: पड़ोसी से झगड़ा क्या हुआ, एक डॉक्टर ने ऐसी साजिश रची कि पुलिस भी दंग रह गई। डॉक्टर ने पहले चुपके से अपने पड़ोसी की बाइक में GPS लगा दिया, फिर बाइक 70 ग्राम चरस छिपा दी। लोकेशन पता कर पुलिस को सूचना देकर पड़ोसी को पकड़वा दिया। मामले की जांच शुरू हुई तो डॉक्टर का कारनामा सामने आ गया। पुलिस ने झूठी सूचना देने व साजिश रचने के आरोप में डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है।क्राइम ब्रांच सेंट्रल के प्रभारी जगमिंदर सिंह व उनकी टीम ने केस का खुलासा सोमवार को किया। पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सतबीर उर्फ विनय पेशे से डॉक्टर है। उसका बल्लभगढ़ के मोहना रोड पर क्लीनिक है।
डॉक्टर ने पुलिस को खुद दी खबर
डॉक्टर ने पुलिस को सूचना दी थी कि एक व्यक्ति चरस लेकर बाइक से जा रहा है। पुलिस ने बाइक के साथ हेमचंद नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। उसकी बाइक से 72 ग्राम चरस बरामद हुई। अपनी बाइक में चरस देख हेमचंद हैरान रह गए। पुलिस की पूछताछ में हेमचंद ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में कभी तंबाकू, चरस या किसी भी नशीले पदार्थ का सेवन ही नहीं किया। वह भजन गाते हैं। हेमचंद ने पुलिस को बताया कि डॉ. सतबीर उर्फ विनय उससे रंजिश रखता है। आशंका है कि उसने उन्हें फंसाने के लिए बाइक में चरस रखी है। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू की। जांच के दौरान पता चला कि सतबीर ने ही हेमचंद के बारे में झूठी सूचना दी थी।ये थी झगड़े की वजह
डॉक्टर के क्लीनिक में एक महिला सहायक के तौर पर काम करती थी। महिला भी भजन गाती है। वह हेमचंद के साथ जागरण में जाती थी। ये बात डॉक्टर को पसंद नहीं थी। इसे लेकर डॉक्टर और महिला के बीच झगड़ा हुआ और उसने नौकरी छोड़ दी। उसके नौकरी से चले जाने के बाद काम संभालने में परेशानी आ रही थी। ऐसे में उसने हेमचंद को सबक सिखाने का प्लान तैयार किया। उसने ऑनलाइन सर्च कर एक GPS डिवाइस खरीदी और उसे हेमचंद की बाइक में चुपके से लगा दिया। डिवाइस को अपने मोबाइल से अटैच कर लिया।पलवल से खरीदकर लाया चरस
डॉक्टर जीपीएस के जरिए वह हेमचंद की लोकेशन ट्रैक करने लगा। इसके बाद वह पलवल से चरस खरीदकर लाया और उसे हेमचंद की बाइक में छुपा दिया। उसकी लोकेशन के आधार पर डॉक्टर ने पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस ने सतबीर को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने सच बता दिया। पुलिस ने उसके खिलाफ सेक्टर-8 थाने में केस दर्ज किया है। उसके पास से GPS डिवाइस और दो मोबाइल बरामद किए गए हैं। आरोपी को अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।आसानी से मिल रहा नशा
इस मामले के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या किसी भी आम आदमी को नशीले पदार्थ इतनी आसानी से मिल जाते हैं। पुलिस की कार्रवाई पर नजर डालें तो पलवल ज़िले में नशीले पदार्थों की कई बार बड़ी खेप पकड़ी जा चुकी है। मार्च में पलवल में करीब चार करोड़ रुपये की कोकीन पकड़ी गई थी। हेरोइन, चरस, स्मैक और गांजा भी बड़ी मात्रा में कई बार पकड़ा जा चुका है। अप्रैल में 12 लाख रुपये कीमत का गांजा खेतों पर बने एक कमरे से पकड़ा गया था। फरवरी में 20 लाख का गांजा और जनवरी में 38 लाख की स्मैक भी पलवल में पकड़ी जा चुकी है। यहां के गांवों की परचून की दुकानों पर भी नशे का सामान उपलब्ध है। ऐसे में डॉक्टर को भी यहां से स्मैक खरीदने में परेशानी नहीं आई।from https://ift.tt/E8K5Pup
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