सुनील साकेत, आगरा: गंगाजल परियोजना में 28 करोड़ खर्च करने के बाद भी आगरा के लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। कई जगह गंदे और बदबूदार पानी की सप्लाई हो रही है। सोमवार को सैकड़ों महिलाएं पानी और सीवर की समस्या को लेकर सड़क पर आ गईं। महिलाओं ने जल निगम और सीडीओ के कार्यालय में विरोध प्रदर्शन किया। महिलाओं का कहना है कि उनके क्षेत्र में लंबे समय से पानी की समस्या है। पानी के लिए आध किमी दूर चलकर वे अपना काम चलाते हैं। सपोर्ट इंडिया के नेतृत्व में सैकड़ों महिलाएं अपनी समस्याएं लेकर अफसरों के कार्यालय तक पहुंच गईं थीं। जगदीशपुरा गली नंबर एक की रहने वाली मायादेवी का कहना है कि वो अपने घर से रोजाना पुलिया पर पानी भरने के लिए जाती हैं। वो पानी लेकर अपने घर की ओर आ रही थीं तो गिर पड़ी और पैर की हड्डी टूट गई। कुछ लोगों के घरों में पानी की सप्लाई होती है, लेकिन वहां पानी सीवर जैसा मिल रहा है। गंदा और बदबूदार पानी पीने से बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
गलियों तक नहीं पहुंचती सप्लाई
70 वर्ष की कृष्णा देवी का कहना है कि उनकी गली तक पानी की सप्लाई नहीं होती है। बुढ़ापे में पानी लेने के लिए सड़क पर जाना पड़ता है। वहां भी गंदा और बदबूदार पानी मिलता है। जमुना देवी का कहना है कि सड़क पर बहुत भीड़ रहती है। रात 3 बजे से हम लोग पानी की व्यवस्थाओं में जुटते हैं। लोगों को पानी मांगकर अपने घरों का काम चलाना पड़ता है। कभी-कभी ऐसा होता है, जब कोई पानी नहीं देता है तो खरीदना पड़ता है। पानी सप्लाई को लेकर नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल से कई बार मोबाइल फोन पर संपर्क करने प्रयास किया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका है।मानकों के विपरीत हुई सीवर खुदाई
सपोर्ट इंडिया के अध्यक्ष एडवोकेट सुरेशचंद सौनी का कहना है कि जगदीशपुरा में लाखों की आबादी निवास करती है। यहां पर सीवर खुदाई का काम चल रहा है, जो कि मानक के विपरीत है। एक फीट से लेकर 6 इंची तक खुदाई करके सीवर की पाइपलाइन डाली गई है। सीमेंट और कंक्रीट का इस्तेमाल नहीं किया गया है। मिट्टी के ऊपर सीमेंट लगाकर मरम्मत कर दी है। इसी वजह से पानी की पाइपलाइन कनेक्ट हो गई है। उन्होंने इस काम की सीबीआई से जांच करनेे की मांग की है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे हाईकोर्ट में जनहित याचिका प्रस्तुत करेंगे।ये है मुख्य समस्या
जल निगम के अधीशासी अभियंता स्वतंत्र सिंह ने बताया कि क्षेत्र में समस्या सीवेज ओवरफ्लो के कारण आ रही है। सीवर का नेटवर्क कनेक्शन बिचपुरी के 36 एमएलडी एमपीएस से जुड़ा है। ये सिस्टम प्रॉपर काम नहीं कर रहा है। इस वजह से सीवर का पानी नालियों के रास्ते बोरिंग में पहुंच रहा है। इस वजह से पानी गंदा मिल रहा है। खुदाई के मानकों को लेकर शिकायतें मिली हैं। जल्द ही इसका निराकरण कराया जाएगा।from https://ift.tt/jFwOkUH
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