शिमला: मॉनसून के सक्रिय होने हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। नदियां खतरे के निशान को पार कर गई हैं। कई जिलों में लोग बाढ़ से जूझ रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक आज भी हिमाचल के कई जिले में भारी से बहुत भारी बारिश होगी। मौसम विभाग के अनुसार सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के तहत सोमवार तक चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है। किन्नौर, शिमला, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर और सिरमौर जिलों में सतलुज, ब्यास और यमुना तथा उनकी सहायक नदियां उफान पर हैं। हिमाचल प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों को दो दिन के लिए बंद कर दिया गया है। पहले, मंडी, लाहौल स्पीति और कुल्लू में यह घोषणा की गई थी। लेकिन अब पूरे हिमाचल में स्कूल कॉलेज दो दिन बंद रहेंगे।सरकार ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों से अपील की है कि आपदा के समय धैर्य से काम लें। बाढ़ का अंदेशा होने पर सुरक्षित स्थान पर जाएं। आम लोग और पर्यटक नदी नालों और पानी के संभावित तेज बहाव वाले स्थानों से दूर रहें। भूस्खलन वाली पहाड़ी की तरफ या नदी के साथ लगती सड़क पर वाहन पार्क न करें। अति आवश्यक परिस्थितियों में ही यात्रा करें। भारी बारिश के रेड अलर्ट पर सरकार और जिला प्रशासन के दिशा निर्देशों का पालन करें। आपदा के समय किसी भी प्रकार की मदद के लिए आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आपातकाल नंबर 1077 पर अवश्य कॉल करें। पंडोह बांध के फ्लडगेट खोले गएहिमाचल प्रदेश के जलग्रहण क्षेत्र में दो दिन से हो रही भारी बारिश के बाद अधिकारियों ने रविवार को पंडोह डायवर्जन बांध के सभी गेट खोल दिए। हालांकि, उन्होंने कहा कि फिर भी चिंता की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि पंडोह बांध से छोड़ा गया अतिरिक्त पानी पोंग बांध जलाशय तक पहुंचेगा, जिसमें अतिरिक्त पानी रोकने की क्षमता है। पंडोह डायवर्जन बांध मंडी जिले में ब्यास नदी पर पोंग बांध से 112 किमी ऊपर स्थित है। यह मानसून के अतिरिक्त पानी को पोंग बांध की ओर मोड़ देता है। अन्यथा, यह पानी को सतलुज नदी की ओर मोड़ देता है जो भाखड़ा बांध के गोबिंद सागर जलाशय को पानी देती है। चंडीगढ़-मनाली रोड बंदहिमाचल प्रदेश में रात भर हुई भारी बारिश के कारण उफनती ब्यास नदी के किनारे बड़े पैमाने पर भूस्खलन के बाद मंडी और कुल्लू के बीच चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात अवरुद्ध हो गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। मंडी जिले के पंडोह के पास हुए भूस्खलन से राष्ट्रीय राजमार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। प्रभावित क्षेत्र के दोनों ओर सैकड़ों वाहन फंसे रहे। पुलिस ने मंडी से आगे कुल्लू की ओर और कुल्लू से मंडी की ओर वाहनों की आवाजाही रोक दी है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि कुल्लू-मनाली सेगमेंट की जीवन रेखा, राजमार्ग के बंद होने से दूध, ब्रेड, अखबार और अन्य घरेलू सामानों की आपूर्ति प्रभावित हुई। 150 से अधिक सड़के बंदमंडी और कुल्लू जिलों के जिला प्रशासन ने विजिटर्स को राजमार्ग की बहाली तक मंडी-कुल्लू मार्ग पर अपनी यात्रा स्थगित करने की सलाह दी है। उम्मीद है कि रविवार शाम तक हाईवे बहाल हो जाएगा। शिमला, सिरमौर, मंडी, कांगड़ा और कुल्लू जिलों के अंदरूनी हिस्सों में लिंक रोड बंद होने की खबरें हैं, जिससे यातायात बाधित हो रहा है। अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कारण राज्य भर में 150 से अधिक सड़कें प्रभावित हुई हैं। हिमाचल के ऊंचाई वाले इलाकों में सीजन की पहली बर्फबारीहिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले पर्यटन स्थलों पर रविवार को सीजन की पहली बर्फबारी हुई। हालांकि, राज्य की राजधानी शिमला और मनाली में रात भर बारिश हुई, जिससे पारा कई डिग्री नीचे गिर गया। ऊंचाई वाली स्पीति और लाहौल घाटियों में मध्यम बर्फबारी हुई। किन्नौर जिले में चीन सीमा के करीब एक गांव चितकुल के सुरम्य पर्यटन स्थल और मनाली से 52 किमी दूर स्थित राजसी रोहतांग दर्रे (13,050 फीट) की पहाड़ियों पर बर्फबारी हुई। विभाग के पूर्वानुमान में कहा गया है कि राज्य में सोमवार तक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।
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