भुवनेश्वर: चुनावों में करारी हार के बाद अपने सहयोगी वीके पांडियन पर अपनी पहली टिप्पणी में बीजद सुप्रीमो और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री ने पार्टी की हार के लिए उनकी आलोचना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने शनिवार को कहा कि पांडियन ने शानदार काम किया है। बीजू जनता दल (बीजद) के नेताओं और कार्यकर्ताओं में व्यापक नाराजगी के बीच पटनायक ने कहा कि वह (पांडियन) एक निष्ठावान और ईमानदार व्यक्ति हैं तथा उन्हें इसके लिए याद किया जाना चाहिए। बीजद कार्यकर्ताओं ने चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए तमिलनाडु के नौकरशाह से राजनीतिक नेता बने पांडियन को जिम्मेदार ठहराया है। पांच बार मुख्यमंत्री रह चुके पटनायक ने दोहराया कि पांडियन उनके उत्तराधिकारी नहीं हैं और ओडिशा के लोग तय करेंगे कि उनका उत्तराधिकारी कौन होगा। ओडिशा की जनता ही मेरे उत्तराधिकारी का फैसला करेगीइस मौके पर पटनायक ने कहा कि उन्होंने हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में हार को विनम्रतापूर्वक स्वीकार किया है और वे राज्य के लोगों की हर संभव तरीके से सेवा करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि पांडियन की आलोचना करना दुर्भाग्यपूर्ण है। वह पार्टी में शामिल हुए, लेकिन उन्होंने कोई पद नहीं संभाला। उन्होंने किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ा। जब भी मुझसे मेरे उत्तराधिकारी के बारे में पूछा गया मैंने हमेशा स्पष्ट रूप से कहा है कि वह पांडियन नहीं हैं। मैं फिर से दोहराता हूं कि ओडिशा की जनता ही मेरे उत्तराधिकारी का फैसला करेगी। पांडियन की तारीफ कीपटनायक ने कहा कि एक अधिकारी के तौर पर उन्होंने (पांडियन) पिछले 10 वर्ष में विभिन्न क्षेत्रों में शानदार काम किया है चाहे वह दो चक्रवातों के दौरान हो या कोविड-19 महामारी के दौरान। इस अच्छे काम के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर बीजद में शामिल हो गए और बेहतरीन काम कर उन्होंने पार्टी में अपना योगदान दिया। वे एक निष्ठावान और ईमानदार व्यक्ति हैं तथा उन्हें इसी बात के लिए याद किया जाना चाहिए। बीजेपी ने ओडिशा की 147 विधानसभा सीट में से 78 पर जीत दर्ज कर बीजद के 24 साल के शासन को समाप्त करते हुए सत्ता हासिल की। वहीं, बीजद को केवल 51 सीट पर ही जीत मिली, जबकि कांग्रेस ने 14 और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने एक सीट जीती और तीन निर्दलीय उम्मीदवार भी विजयी हुए।एक भी लोकसभा सीट जीत नहीं सकी बीजदबीजद राज्य की एक भी लोकसभा सीट नहीं जीत सका, जबकि बीजेपी 20 सीट पर और कांग्रेस एक सीट पर विजयी रही। अपने स्वास्थ्य के बारे में बात करते हुए पटनायक ने कहा कि मैं बताना चाहता हूं कि मेरा स्वास्थ्य हमेशा ठीक रहा है और आगे भी ठीक रहेगा। आपने देखा होगा कि मैंने पिछले महीने भीषण गर्मी के दौरान भी जोर-शोर से प्रचार किया था और यह मेरे स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देने के लिए काफी है। बीजद की हार के बारे में क्या बोले पटनायकविधानसभा चुनाव में बीजद की हार के बारे में बात करते हुए पटनायक ने कहा कि मुझे लगता है कि हमने हमेशा कोशिश की है और बेहतरीन काम किया है। हमारे पास अपनी सरकार और पार्टी पर गर्व करने के लिए बहुत कुछ है। लोकतंत्र में या तो आप जीतते हैं या हारते हैं। उन्होंने कहा कि लंबे समय बाद शिकस्त मिलने पर हमें हमेशा जनता के फैसले को विनम्रता से स्वीकार करना चाहिए। मैंने हमेशा कहा है कि ओडिशा के 4.5 करोड़ लोग मेरा परिवार हैं। मैं उनकी हरसंभव सेवा करता रहूंगा। उन्होंने ओडिशा के लोगों का आभार जताते हुए कहा कि उन्होंने बार-बार मुझे अपना आशीर्वाद दिया है।
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