मुंबई/पालघर: के लिए एक दिन बाकी रहते नालासोपारा में भीषण हंगामा हो गया। बहुजन विकास अघाड़ी(BVA) के अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर ने आरोप लगाया कि बीजेपी नेता विनोद तावड़े ने पैसे बांटे। चार घंटे तक होटल विवांता में फंसे रहे विनोद तावड़े ठाकुर के साथ बाहर आ गए। लेकिन अब हंगामा रुकने के बाद हिंतेंद्र ठाकुर सदमे में हैं। बुधवार को होने वाले चुनाव में कुछ ही घंटे बचे हैं और बहुजन विकास अघाड़ी के उम्मीदवार बीजेपी में शामिल हो गए हैं। महाराष्ट्र के राजनीतिक इतिहास में ये एक अभूतपूर्व घटना घटी है। जानिए कौन है वो उम्मीदवार? जिसने मतदान से कुछ घंटे पहले बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया।दहानु उम्मीदवार बीजेपी में शामिलदहानू से बहुजन विकास अघाड़ी के उम्मीदवार सुरेश पाडवी ने बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया है। पाडवी बीजेपी जिला अध्यक्ष भरत राजपूत की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए। सुरेश पाडवी ने सार्वजनिक तौर पर बीजेपी उम्मीदवार विनोद मेढ़ा का समर्थन किया है। एक दिन बाकी रहते ही पडवी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। दहानू में विनोद मेधा, विनोद निकोले कम्युनिस्ट पार्टी, विजय गादिया एमएनएस, संतोष ठाकरे बीएसपी, कल्पेश बालू भावर निर्दलीय, मीना भड निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।नालासोपारा में बड़ा हंगामाबीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े नालासोपारा के विवांता होटल में करीब चार घंटे तक फंसे रहे। विनोद तावड़े पर पैसे बांटने का आरोप था। इस दौरान बड़ी संख्या में बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ता जुटे हुए थे। तावड़े ने काफी समय तक किसी से संपर्क नहीं किया। कुछ देर बाद दोनों ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की लेकिन चुनाव आयोग ने उन्हें इजाजत नहीं दी। कुछ देर बाद ठाकुर पिता-पुत्र विनोद तावड़े को अपनी कार में लेकर चले गए। हालांकि महाविकास अघाड़ी ने इस मुद्दे पर बीजेपी को निशाने पर रखा है।तावड़े ने क्या कहा?तावड़े ने कहा कि इस होटल में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। जब मैं जा रहा था तो वहां कार्यकर्ताओं की मीटिंग थी। चुनाव के दिन के बारे में इतनी सारी बातें बताने के बाद हम लोग निकलने ही वाले थे लेकिन वीबीए के कर्मचारियों को लगा कि उन्हें पैसे मिल रहे हैं। मैं 40 साल से राजनीति में हूं। मैंने चुनाव में कोई पैसा नहीं बांटा है। चाहे कोई भी कुछ भी आरोप लगाए। लोग जानते हैं कि विनोद तावड़े क्या हैं? इसलिए मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। चुनाव में उनके उम्मीदवार होने के नाते हितेंद्र ठाकुर को कुछ भी कहने का अधिकार है। हम दोस्त हैं लेकिन चुनाव में हम अपनी पार्टी के लिए काम करते हैं। हितेंद्र ठाकुर ने ही सुझाव दिया था कि हम प्रेस ले लें ताकि किसी को कुछ न हो। विनोद तावड़े ने कहा कि अब हम साथ चलेंगे।
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